पितृ दोष निवारण पूजा त्र्यंबकेश्वर

भारतवर्ष की प्राचीन परंपराओं में पितृ दोष एक अत्यंत महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दोष माना जाता है। यह दोष तब उत्पन्न होता है जब पूर्वजों की आत्मा को शांति नहीं मिलती या उनके द्वारा किए गए कर्मों का असर वंशजों पर पड़ता है। ऐसे में जीवन में लगातार बाधाएं , मानसिक तनाव , आर्थिक संकट और वैवाहिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसका समाधान करने हेतु पितृ दोष निवारण पूजा त्र्यंबकेश्वर में करना अत्यंत फलदायी माना गया है। पितृ दोष क्या है और इसके प्रभाव: पितृ दोष एक ऐसा आध्यात्मिक दोष होता है जो कुंडली में सूर्य , चंद्र या राहु के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन्न होता है। यदि पितरों की आत्मा असंतुष्ट हो या उन्हें विधिवत तर्पण , श्राद्ध या पूजा न की गई हो , तो यह दोष बनता है। इसके प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं : घर में अशांति और कलह बार - बार बीमारियां या दुर्घटनाएं संतान संबंधी समस्या आर्थिक परेशानी विवाह में बाधा सपनों में मृत पूर्वजों का दिखना पितृ ...